हजारीबाग (झारखंड) – झारखंड पुलिस ने हजारीबाग जिले के बरही थाना क्षेत्र में पशु तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ट्रक से 14 मवेशियों को बरामद किया है। पुलिस ने मौके से वाहन चालक को गिरफ्तार कर लिया है और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
📍 राष्ट्रीय राजमार्ग पर छापेमारी
शनिवार की सुबह बरही थाना क्षेत्र के बिलौतिया मोड़ पर पुलिस टीम नियमित वाहन जांच कर रही थी। उसी दौरान एक मिनी डीसीएम ट्रक (संख्या JH-10 CX-6599) को रोकने पर पुलिस को अंदर से कई मवेशियों की आवाज सुनाई दी।
जांच करने पर पाया गया कि ट्रक में 14 मवेशी — जिनमें दो बछड़े भी शामिल थे — ठूंसकर भरे गए थे। पुलिस ने तुरंत चालक को हिरासत में ले लिया।
📄 दस्तावेज़ मांगने पर ड्राइवर के पास जवाब नहीं
जब पुलिस ने पशु परिवहन से संबंधित वैध दस्तावेज मांगे, तो चालक कोई प्रमाण पत्र या अनुमति पत्र प्रस्तुत नहीं कर सका। पूछताछ में उसने बताया कि उसे एक व्यक्ति ने मवेशी को राज्य के बाहर पहुंचाने के लिए किराए पर रखा था, लेकिन अब तक उसके कथन की पुष्टि नहीं हो सकी है।
🐄 गौशाला में भेजे गए मवेशी
पुलिस ने मवेशियों को ट्रक से उतारकर स्थानीय गौशाला में भिजवा दिया है, ताकि उनकी उचित देखभाल की जा सके। पशु चिकित्सकों की टीम ने उनकी जांच की और बताया कि कई मवेशी थकान और गर्मी के कारण कमजोर हालत में थे।
👮 थाना प्रभारी का बयान
बरही थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बिनोद कुमार ने बताया कि ट्रक में मवेशियों को वाहन की क्षमता से अधिक लादा गया था और परिवहन के दौरान उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया।
उन्होंने कहा, “हमने ट्रक को जब्त कर लिया है और ड्राइवर के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया जा रहा है। आगे की जांच में जो भी व्यक्ति या गिरोह शामिल होगा, उसे किसी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।”
🔍 पशु तस्करी का बढ़ता नेटवर्क
हाल के महीनों में झारखंड के विभिन्न जिलों—गिरिडीह, गुमला, रामगढ़ और चतरा—से भी कई बार पशु तस्करी के मामले सामने आ चुके हैं। पुलिस का मानना है कि राज्य के कई सीमावर्ती इलाकों में पशु तस्करी का संगठित नेटवर्क सक्रिय है, जो कमजोर निगरानी का फायदा उठाता है।
💬 पुलिस की अपील
स्थानीय पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की संदिग्ध पशु लोडिंग या परिवहन की जानकारी मिले, तो तुरंत नजदीकी थाने या हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें।
पुलिस ने चेतावनी दी है कि पशु परिवहन नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
📢 निष्कर्ष
हजारीबाग पुलिस की यह त्वरित कार्रवाई न सिर्फ एक अवैध पशु तस्करी के प्रयास को विफल करने में सफल रही, बल्कि यह संदेश भी देती है कि कानून व्यवस्था और पशु संरक्षण के प्रति प्रशासन अब अधिक सतर्क है।
ऐसी कार्रवाइयाँ यह साबित करती हैं कि अगर प्रशासन और जनता मिलकर काम करें, तो किसी भी अवैध गतिविधि पर आसानी से अंकुश लगाया जा सकता है।






