रांची: झारखंड में नए डीजीपी (Director General of Police) को लेकर चल रही चर्चाओं पर अब विराम लग गया है। राज्य सरकार ने गुरुवार देर रात अधिसूचना जारी कर 1994 बैच की आईपीएस अधिकारी तदाशा मिश्रा को झारखंड का प्रभारी महानिदेशक एवं पुलिस महानिदेशक (HoPF) नियुक्त किया है।

📰 अधिसूचना का विवरण
गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग, झारखंड सरकार की अधिसूचना संख्या 13/पी.-103/2021-4221 सी/ओ के अनुसार,
“श्रीमती तदाशा मिश्रा, 1994 बैच की आईपीएस अधिकारी एवं विशेष सचिव, गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग, झारखंड, रांची को स्थानांतरण करते हुए उनके ही वेतनमान में प्रभारी महानिदेशक एवं पुलिस महानिदेशक, झारखंड के पद पर पदस्थापित किया जाता है।”
अधिसूचना पर झारखंड के अपर सचिव हिमांशु मोहन के हस्ताक्षर हैं।
👮♀️ तदाशा मिश्रा का प्रोफाइल
- कैडर: झारखंड, 1994 बैच
- वर्तमान पद: विशेष सचिव, गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग
- नया पद: प्रभारी डीजीपी एवं पुलिस महानिदेशक, झारखंड
- पदभार ग्रहण: शुक्रवार (7 नवंबर 2025) को कार्यभार संभालने की संभावना
तदाशा मिश्रा राज्य पुलिस सेवा में कई अहम पदों पर रह चुकी हैं। उन्हें प्रशासनिक सख्ती और नीतिगत समझ के लिए जाना जाता है।
उनके पास गृह विभाग में कार्य का लंबा अनुभव है, जो अब राज्य पुलिस के सर्वोच्च पद पर उनके लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
🔍 क्यों थी चर्चा में डीजीपी की कुर्सी
बीते कई सप्ताहों से झारखंड में नए डीजीपी की नियुक्ति को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे थे।
कई वरिष्ठ अधिकारियों के नामों पर चर्चा थी, लेकिन आखिरकार राज्य सरकार ने महिला आईपीएस अधिकारी तदाशा मिश्रा पर भरोसा जताया।
इस नियुक्ति के साथ झारखंड को एक बार फिर महिला प्रभारी डीजीपी मिली हैं — जो राज्य पुलिस इतिहास के लिए एक अहम क्षण है।
📜 अधिसूचना का प्रसारण
गृह विभाग की अधिसूचना को महालेखाकार, नई दिल्ली स्थित गृह मंत्रालय, केंद्रीय गृह सचिव, मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, गृह रक्षा वाहिनी, अपराध अनुसंधान विभाग और तमाम पुलिस रेंजों को भेजा गया है।
सभी संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के लिए निर्देशित किया गया है।
✍️ पत्रकार की टिप्पणी
“तदाशा मिश्रा की नियुक्ति झारखंड पुलिस के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है। उनका प्रशासनिक दृष्टिकोण संतुलित है और वे संवेदनशील मामलों को दृढ़ता से संभालने के लिए जानी जाती हैं।
डीजीपी की कुर्सी पर उनका आना न केवल महिला नेतृत्व की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है, बल्कि यह भी संकेत है कि झारखंड सरकार अब प्रोफेशनल और सिस्टेमेटिक पुलिस नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ रही है।”
🔗 निष्कर्ष
झारखंड में तदाशा मिश्रा की नियुक्ति ने डीजीपी पद से जुड़ी अनिश्चितताओं को खत्म कर दिया है।
अब राज्य की पुलिस व्यवस्था एक नई दिशा में कदम रखेगी — जहाँ नेतृत्व के केंद्र में होंगी आईपीएस तदाशा मिश्रा,
एक ऐसी अधिकारी जो सादगी, सख्ती और संवेदनशीलता का संतुलन रखती हैं।




