पटना के अमला टोला स्थित कन्या मध्य विद्यालय में 27 अगस्त 2025 को एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। कक्षा 5 की छात्रा, 13 वर्षीय जोया परवीन, स्कूल के वॉशरूम में गंभीर रूप से जल गई। उन्हें तत्काल पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (PMCH) में भर्ती कराया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
घटना का विवरण
सुबह लगभग 10 बजे, स्कूल स्टाफ ने वॉशरूम से धुआँ निकलते देखा। जब दरवाजा खोला गया तो जोया को गंभीर हालत में पाया गया। घटनास्थल से आधे भरे केरोसीन की बोतल मिली, जिससे प्रारंभिक रूप से आत्मदाह की संभावना जताई गई। हालांकि, जोया का परिवार इसे आत्महत्या मानने से इनकार करता है और हत्या का आरोप लगा रहा है।
परिवार की प्रतिक्रिया
जोया के पिता और भाई का कहना है कि वह उस दिन खुशमिजाज थीं और कोई कारण नहीं था कि वह आत्महत्या करें। परिवार का आरोप है कि एक शिक्षक ने उन्हें आपत्तिजनक स्थिति में देखा और धमकी दी थी। जोया पिछले पांच दिनों से स्कूल नहीं आई थीं, जिससे परिवार का शक और बढ़ गया।
प्रशासनिक कार्रवाई
घटना के बाद पटना DM थियागराजन एसएम ने स्कूल के कार्यवाहक प्रधानाचार्य कमलेश कुमार को निलंबित कर दिया। इससे पहले प्रधानाचार्य प्रेमलता कुमारी को भी निलंबित किया गया था। दोनों पर स्कूल प्रबंधन में लापरवाही के आरोप हैं। जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
जन आक्रोश और विरोध प्रदर्शन
जोया की मृत्यु के बाद स्थानीय निवासियों ने सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और स्कूल स्टाफ के बीच झड़पें हुईं। कई पुलिसकर्मी घायल हुए, जिसमें एक गंभीर रूप से घायल हुआ।
पुलिस और जांच
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है और एफएसएल एवं तकनीकी विशेषज्ञों की टीम मामले की गहन जांच कर रही है। स्कूल में CCTV न होने से जांच में कठिनाई आ रही है। परिवार का आरोप है कि जोया को धमकी दी गई थी, जिससे यह घटना हुई।
निष्कर्ष
यह घटना बिहार में स्कूलों की सुरक्षा और प्रशासनिक जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े करती है। जोया की मृत्यु ने पूरे राज्य में आक्रोश और चिंता की लहर दौड़ा दी है।