रांची के अपराध जगत में एक नाम इन दिनों सुर्खियों में है — रिया सिन्हा, झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर सुजीत सिन्हा की पत्नी।
पति जेल में था, लेकिन पत्नी ने पूरे गैंग की कमान अपने हाथ में ले ली थी। अब गिरफ्तारी के बाद जो खुलासे हुए हैं, उन्होंने झारखंड पुलिस तक को चौंका दिया है।
💣 जेल में पति, बाहर पत्नी बनी “लेडी डॉन”
रिया सिन्हा, झारखंड के संगठित अपराध जगत की वही महिला है जिसे लोग “लेडी डॉन” के नाम से जानते हैं।
पुलिस जांच में सामने आया है कि सुजीत सिन्हा के जेल जाने के बाद उसकी पत्नी रिया ने गैंग की पूरी जिम्मेदारी संभाली।
वह युवाओं को पैसों का लालच देकर गैंग में भर्ती करती थी, और गैंग में महिला सदस्यों की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही थी।
इन महिला सदस्यों का काम था — पंजाब और पाकिस्तान से आने वाले हथियारों को झारखंड पहुंचाना।
रिया इतनी चालाकी से नेटवर्क चलाती थी कि हर सदस्य को सीमित जानकारी दी जाती थी। कोई किसी से सीधा संपर्क में नहीं रहता था।
🔫 “लड़कियां लाती थीं हथियार” — इंटरनेशनल लिंक का खुलासा
रिया के नेटवर्क में लड़कियों को खास तरीके से ट्रेंड किया जाता था।
पुलिस के मुताबिक, पाकिस्तान से आए विदेशी हथियार पहले पंजाब के मोगा जिले में पहुंचते थे, फिर वहां से ये लड़कियां उन्हें अलग-अलग रास्तों से झारखंड लाती थीं।
गैंग का मैनेजर रवि आनंद उर्फ सिंघा इस पूरी हथियार तस्करी का मास्टरमाइंड था।
अब तक जांच में सामने आया है कि पाकिस्तान से 21 हथियार झारखंड मंगवाए गए, जिनमें से 10 हथियार पुलिस ने बरामद कर लिए हैं, लेकिन 11 अभी भी लापता हैं।
पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि ये हथियार कहां छिपाए गए हैं।
💵 रंगदारी के कारोबार में भी गहराई तक शामिल
रिया सिन्हा सिर्फ हथियार तस्करी तक सीमित नहीं थी। उसने व्यवसायियों और ठेकेदारों से रंगदारी वसूलने का नेटवर्क भी संभाल रखा था।
पुलिस पूछताछ में रिया ने बताया कि वह नए युवाओं को गैंग में जोड़ती थी और उनसे कारोबारियों के फोन नंबर, मूवमेंट और डिटेल्स निकलवाती थी।
यही डिटेल्स वह जेल में बैठे अपने पति सुजीत सिन्हा और दूसरे कुख्यात गैंगस्टर प्रिंस खान तक पहुंचाती थी, जो फिर उन कारोबारियों से रंगदारी की वसूली करते थे।
रिया खुद भी इस वसूली का हिस्सा थी — कभी फोन कॉल्स से धमकी दिलवाती, कभी अपने गुर्गों को भेजती।
🚔 पुलिस ने क्या बरामद किया
13 अक्टूबर को पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए रिया सिन्हा, बबलू खान, मोहम्मद शाहीद उर्फ अफरीदी, मोहम्मद सेराज उर्फ मदन और रवि आनंद को गिरफ्तार किया।
इनके पास से पुलिस ने तीन पिस्टल, सात मैगजीन, 13 जिंदा कारतूस, एक कार और कई मोबाइल फोन बरामद किए।
जांच एजेंसियां अब उन युवाओं की तलाश कर रही हैं जिन्हें रिया ने गैंग में भर्ती किया था।
💬 पत्रकार की टिप्पणी
“यह कहानी सिर्फ एक अपराध की नहीं, बल्कि उस मानसिकता की है जिसमें सत्ता और पैसे का नशा इंसान को ‘गैंग की रानी’ बना देता है।
पाकिस्तान से लेकर पंजाब और झारखंड तक फैला यह नेटवर्क बताता है कि संगठित अपराध में अब महिलाएं भी केंद्र भूमिका निभा रही हैं — और पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल यही है कि यह सिलसिला कहां जाकर रुकेगा।”
🧩 निष्कर्ष
रिया सिन्हा की गिरफ्तारी ने झारखंड के अपराध जगत का सबसे खतरनाक चेहरा उजागर कर दिया है —
एक ऐसी महिला जो प्यार में नहीं, पावर में पड़ी थी।
पति जेल में था, लेकिन उसने खुद को “क्राइम की महारानी” बना लिया था।
अब पुलिस की अगली चुनौती है — बचे हुए हथियारों का पता लगाना और रिया के नेटवर्क के हर धागे को सुलझाना।





