डिजिटल पेमेंट में हुआ बड़ा बदलाव। अब आप UPI से पेमेंट करते समय PIN टाइप करने के झंझट से बच सकते हैं। इसकी जगह अब आपका चेहरा या फिंगरप्रिंट ही भुगतान को मंज़ूरी देगा।
नया क्या है?
अब UPI पेमेंट करते समय आपको पिन डालने की ज़रूरत नहीं होगी। उसके बजाय आप अपना चेहरा दिखाकर या उंगली के निशान से भुगतान को अनुमति दे सकेंगे। यह प्रक्रिया तेज़ है, सुरक्षित है, और तकनीकी रूप से स्मार्ट भी।
कैसे काम करेगा?
यह सुविधा बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन पर आधारित है। यानी, जैसे ही आप किसी को UPI के ज़रिए पैसे भेजना चाहेंगे, आपका फोन आपके फेस या फिंगरप्रिंट को स्कैन करेगा और अगर वह मैच करता है, तो पेमेंट तुरंत हो जाएगा।
यह सिस्टम आधार कार्ड से जुड़े बायोमेट्रिक डेटा का सुरक्षित उपयोग करता है, जिसे बैंक और UPI ऐप्स के ज़रिए वेरिफाई किया जाएगा।
कितनी रकम तक?
शुरुआती चरण में इस सुविधा से ₹5,000 तक के लेन-देन को मंजूरी दी जा रही है। इससे ऊपर के अमाउंट के लिए अभी भी पिन की ज़रूरत हो सकती है।
इसके क्या फायदे होंगे?
- तेज़ और आसान: हर बार पिन डालने की ज़रूरत नहीं — बस फोन देखो या फिंगर लगाओ और भुगतान पूरा।
- सुरक्षित: पिन भूलने या दूसरों से शेयर होने की चिंता नहीं।
- सुलभ: बुज़ुर्गों या टेक्नोलॉजी में कम सहज लोगों के लिए भी आसान।
लेकिन कुछ चुनौतियाँ भी हैं:
- अगर किसी का फिंगरप्रिंट स्कैन न हो पाए या फेस पहचान में दिक्कत आए, तो भुगतान फेल हो सकता है।
- बायोमेट्रिक डेटा की सुरक्षा बहुत जरूरी है — इसके लिए मज़बूत प्राइवेसी और एन्क्रिप्शन ज़रूरी होगा।
- सभी डिवाइसेज़ इस सुविधा को सपोर्ट नहीं करेंगे; कुछ पुराने फोन या ऐप इस फीचर को नहीं चला पाएंगे।
क्या करना चाहिए?
- अपने UPI ऐप को अपडेट रखें।
- बायोमेट्रिक एक्सेस ऑन करें (अगर फोन सपोर्ट करता है)।
- फेस/फिंगरप्रिंट ठीक से रजिस्टर करें और बैकअप के लिए PIN चालू रखें।
निष्कर्ष
यह बदलाव UPI के इस्तेमाल को और भी आसान बना देगा। अब पेमेंट में न समय लगेगा, न गलती की गुंजाइश ज़्यादा रहेगी। लेकिन इसके साथ ही सुरक्षा और गोपनीयता की ज़िम्मेदारी भी बढ़ेगी — उपयोगकर्ताओं और सिस्टम दोनों के लिए।




